26. Apr .2025

डिअर X, मेरे सामने एक छोटी सी नदी बह रही है। इसका पानी मुझे बहते हुए समय की याद दिलाता है। और इस पानी का जो उतार चढाव है, इस…

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19.Apr.2025

Dear X, मन कई बार इस बात की तफ़तीश करता है कि मेरे लिए आखिर ख़ुशी के क्षण कौन से होते हैं? वे कौन सी स्मृतियाँ हैं , जब मन…

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12.April.2025

Dear X, यह चिट्ठी जब मैं लिख रहा हूँ, यहाँ पूर्णिमा की रात है। झिंगुर की आवाज़े हैं। हवाओं में हल्की बूंदाबादी की नमी है। खिड़की पर चाँद पीले फूल…

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05.April.2025

Dear X, जहाँ बैठकर मैं तुम्हे यह चिठ्ठी लिख रहा हूँ, मार्च अप्रैल की सफेद मुलायम नर्म धूप मेरे चेहरे पर लकीरें बना रही है। धूप का इतना सुकूनदेह स्वरूप…

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29.March.2025

Dear X, इन दिनों यहाँ खूब बारिश हो रही है। इस निर्जन सी रात की बेला में ,  जब मैं यह चिट्ठी लिख रहा हूँ, तेज़ हवाएं, कड़कड़ती बिजली और…

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22.March.2025

प्रिय बेटे! बचपन में मैंने ट्रेन की खिड़की के पास बैठे कितनी यात्राएं की हैं।  रात के वक्त जब बड़े सो जाते, तब चुपचाप उस खिड़की से चाँद को तकते…

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15.March.25

Dear X, टेसू, चैती, फाग, गुझिया, अबीर, गुलाल।  फ़िज़ाओं में इन शब्दों के रंग बिखर गए हैं। हिंदी में इस महीने को फागुन कहते हैं। मैं जहाँ जन्मा, वहाँ फागुन…

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08. March. 2025

Dear X, आज स्त्री दिवस है। चारो तरफ इस बारे में लोगों के विचार और जागरूकता देखकर अच्छा लग रहा है। मेरे शहरी जीवन के एक मित्र इस बात से…

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22.Feb.25

Dear X, कहते हैं कोई काम आप २१ दिन तक करेंगे तो उसकी आदत हो जाएगी।  मुझे नहीं पता कि २१ की संख्या को किस सूत्र से निकाला गया होगा …

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22 Feb 2025

Dear X, कहते हैं कोई काम आप २१ दिन तक करेंगे तो उसकी आदत हो जाएगी।  मुझे नहीं पता कि २१ की संख्या को किस सूत्र से निकला गया ,…

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