मान्या व अभिषेक

जैसे जहाज पानी में बहता चला जाता है, वैसे ही विनोद जी की कविताएँ पढ़ते हुए मन भावनाओं के समंदर में बहता चला जाता है। जैसे जहाज कैप्टन के बिना…

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शिवकुमार व अर्चना राय

विनोद जी के लिखे शब्द दिल को छू जाते हैं। अब आलम ये है कि हर वीकेंड इनकी कविता की बेसब्री से प्रतीक्षा रहती है। इनकी सुन्दर लेखनी में माँ…

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अरुणा सिंह

जहाज़ी कहूँ, लेखक कहूँ या कहूँ गाँव का छोरा, वीकेंडवाली कविताओं से मोह रहा है मन सबका थोड़ा-थोड़ा, भाषा की सादगी है और कल्पनाओं की गहनता, ज़िंदगी का हर रंग…

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शौनक और पूर्णिमा राय

विनोद के कविता संग्रह "वीकेंड वाली कविता" और "जहाज़ी" ने अद्वितीय रूप से भूमि से जुड़े, सादगी भरे और सुसंगत लेखन शैली के माध्यम से हम लोगों को यहाँ सिंगापुर…

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कैप्टेन महेश प्रताप सिंह

मैं विनोद की लेखनी का मुरीद हूँ। इनके उपन्यास, कविता संग्रह सब कुछ पढ़े हैं। हमारे जहाज़ी कम्युनिटी में हिंदी साहित्य के लिए कोई इतना अच्छा काम कर रहा है,…

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कैप्टन भूपेश गाँधी

जब से मैंने विनोद को जाना है और इनकी लेखन शैली को परिचित हुआ हूँ, तुरंत ही इनका प्रशंसक बन गया हूँ। इनके कहन में एक अत्यंत सरलता है, और…

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डा० संध्या सिंह

युवाओं की नब्ज़ पकड़ने वाले, प्रवासियों की धड़कन समझने वाले, आम से लेकर चाय तक, प्रयाग से लेकर बनारस तक जैसे आम विषयों पर एक ख़ास अंदाज़ में बहुत कुछ…

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रूचि व आत्मन

विनोद की कविताएँ मन की बात बहुत ही सुंदर शब्दों में प्रस्तुत करती हैं। कई बार तो आश्चर्य होता है कि हम जो कुछ महसूस करते हैं, भला कैसे विनोद…

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कैप्टेन अरुण सुंदरम्

यह अत्यंत प्रसन्नता की बात है कि विनोद का तीसरा काव्य संग्रह शीघ्र ही प्रकाशित होने वाला है। अपनी व्यथा-गाथा को व्यक्त करने की चेष्टा में आदि कवि भले ही…

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शांति प्रकाश उपाध्याय

विनोद जी की कविताओं की गहनता और विषय का चुनाव मुझे बहुत ही आकर्षित करते है। इसी तरह ये लिखते रहें और सभी को अपनी कविताओं से सुगंधित करते रहें।

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