जीवन के हर पल को सुन्दर शब्दों में पिरोना और अपनी वीकेंड वाली कविता के द्वारा हर हिंदी साहित्य प्रेमी के भावों को सहज एवं सुन्दर शब्दों में कहना , यह एक जहाजी “विनोद जी” जैसा सरल व्यक्तित्व ही कर सकता है। इस जीवनरूपी समंदर में है सब शायद जहाजी ही तो हैं, इसीलिए इनकी कविताएँ मानस पटल पर अंकित हो जाती हैं। विनोद जी के काव्य संग्रह जैसे “वीकेंड वाली कविता” और “जहाजी” ने जीवन सागर में बहते इस परदेस को देस जैसा बना दिया है।
निहारिका शर्मा
- Post author:Prince Singh
- Post published:June 28, 2025
- Post category:Pathak Samiksha
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